Navratri main Mataji ko kya Chaday
नवरात्रि में माँ दुर्गा को लाल फूल (खासकर गुड़हल), फल (अनार, केला, शरीफा), मिठाई (खीर-पूड़ी, हलवा), लौंग, सुपारी, पान, इलायची और खीर-पूड़ी तथा चने का प्रसाद चढ़ाया जाता है। इसके अलावा, देवी के विभिन्न स्वरूपों को प्रसन्न करने के लिए हर दिन अलग-अलग भोग भी लगाए जाते हैं, जैसे स्कंदमाता को केला और देवी कात्यायनी को शहद।
सामान्यता माँ को अर्पित की जाने वाली चीजें
फल:अनार, शरीफा, केला, सिंघाड़ा, नारियल आदि फल चढ़ाना शुभ माना जाता है।
मिठाई और भोग:खीर, पूड़ी, हलवा, पंजीरी, बताशे और मखाने का लावा चढ़ाया जा सकता है।
फूल:देवी को लाल गुड़हल का फूल चढ़ाना बहुत प्रिय माना जाता है।
अन्य सामग्रियां:लौंग, सुपारी और पान अर्पित करने से भी लाभ मिलता है।
कुछ विशेष भोग जो प्रतिदिन चढ़ाए जा सकते हैं
लौंग और इलायची:प्रतिदिन देवी को लौंग और इलायची चढ़ाने का विधान है, जिससे घर में पैसों की कमी नहीं होती।
पान का बीड़ा:कुछ मान्यताओं के अनुसार, छठे स्वरूप की पूजा करते समय पान का बीड़ा भी चढ़ा सकते हैं।
दिनवार विशेष भोग (उदाहरण)
चौथे दिन (कूष्माण्डा माता):मालपुआ।
छठे दिन (स्कंदमाता):केला।
छठी माता (कात्यायनी):शहद।
याद रखने योग्य बातें
माँ को चुनरी ओढ़ाएं और लाल टीका लगाएं।
धूप-दीप जलाकर माँ की आरती करें और फिर प्रसाद बांटें।
नवरात्रि के दौरान मदार, आक, हरसिंगार, तुलसी और धतूरे के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए।
